
दिल्ली/शाहदरा
कड़कड़डूमा कोर्ट में लाइब्रेरी मेंबर इंचार्ज पद के लिए एडवोकेट सचिन राजपूत ने चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की है। वे अधिवक्ताओं के लिए एक आधुनिक, डिजिटल और सुलभ पुस्तकालय की परिकल्पना लेकर आए हैं, जिसमें तकनीकी संसाधनों के साथ-साथ पारंपरिक विधिक साहित्य को भी प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, हाल ही में कड़कड़डूमा कोर्ट में बार एसोसिएशन के चुनाव अव्यवस्था के चलते रद्द कर दिए गए थे, जिससे अधिवक्ताओं में असंतोष व्याप्त है। सचिन राजपूत का कहना है कि वे निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया के पक्षधर हैं और अधिवक्ताओं की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका उद्देश्य पुस्तकालय को एक ऐसा केंद्र बनाना है, जहां अधिवक्ताओं को सभी आवश्यक संसाधन आसानी से उपलब्ध हों। उन्हें कड़कड़डूमा कोर्ट का एक सशक्त और उत्तम उपयोगी उम्मीदवार माना जा रहा है। सचिन राजपूत लाइब्रेरी को तकनीकी रूप से समृद्ध, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बनाने की दिशा में कार्य करने का वादा कर रहे हैं। उनके सहज व्यवहार, सक्रियता और सेवा भावना ने अधिवक्ताओं के बीच गहरी छाप छोड़ी है। कोर्ट परिसर में चर्चा है कि वकील समाज चुपचाप तरीके से उनके पक्ष में लामबंद हो चुका है बैलट नम्बर 5 और 24 मई 2025 अधिवक्ताओं के दिमाग मे छप चुका है और बड़ी संख्या में वोटिंग कर उन्हें विजयी बनाने को तैयार है।◆◆◆