
दिल्ली /इंशा मेहरीन
वकीलों पर आय दिन हमले हो रहें हैं। अभी हाल ही में गाजियाबाद में एक बहुत बड़ा मामला वकीलों और बेंच के बीच भी हुआ था जिसकी हड़ताल अभी तक जारी है एक जज साहब ने वकीलों को गाउन फेंक कर ललकारा तमिलनाडु में धरती से एक वकील पर हमला किया गया कुछ समय पहले ही एक महिला वकील को जान से मार दिया गया इसी प्रकार के हादसा के कारण वकीलों में अपनी सिक्योरिटी को लेकर चिंता बनी हुई है। विधिक कार्य करने वाले यदि सुरक्षित नहीं है तो फिर सामान्य लोगों का तो कहना ही क्या। 26 11 24 को 5 अधिवक्ताओं ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर की है जो अभी जारी है उपरोक्त अधिवक्ताओं के नाम अधिवक्ता महेश चंद्र, सक्षम आनंद ,पुष्कर राज उदित गर्ग और राहुल चंदेल यह पांचअधिवक्ता उपवास भूख हड़ताल पर दिनांक 26 नवंबर 2024 से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं और 30 घंटा से अधिक समय हो चुका है पुलिस प्रशासन , अस्पताल से कोई भी उनकी खोज खबर नहीं कर रहा है ।यहां पर सारे अधिवक्ता इनका साथ देने के लिए बैठे हुए हैं अन्य अधिवक्ताओं के नाम मोहन पालीवाल,दीपक गौड़(शर्मा),अर्जुन सिंह रोहतगी,संदीप लौहरा,गौरव शौदे, शशि कुमार,आँचल चौहान,आदि हैं सभी अदिवक्ताओं की एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग है। देखना ये है कि क्या प्रशासन इनकी मांग को पूरा करता है या इस आंदोलन का संज्ञान लेता है अथवा उनकी भूख हड़ताल अन्य वकीलों के लिए कोई प्रेरणा बन सकती है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।◆◆◆