
इन्शा मेहरीन/दिल्ली
नई दिल्ली: कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में गुरुवार को वकील समुदाय ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। कारण बना नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट (धारा 138) से संबंधित कोर्ट का कड़कड़डूमा से राउज़ एवेन्यू कोर्ट में स्थानांतरण। इस निर्णय को लेकर वकीलों में भारी रोष व्याप्त है।
वकीलों का कहना है कि इस अचानक हुए स्थानांतरण से न केवल अधिवक्ताओं को असुविधा होगी, बल्कि मुकदमेबाज़ जनता को भी अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उनका तर्क है कि कड़कड़डूमा कोर्ट पूर्वी दिल्ली,दिल्ली क्षेत्र के मामलों की सुनवाई के लिए सुविधाजनक स्थान है, जबकि राउज़ एवेन्यू तक पहुँचना समयसाध्य व खर्चीला है।
धरने में सैकड़ों वकीलों ने हिस्सा लिया और न्यायपालिका से मांग की कि स्थानांतरण का यह फैसला तुरंत वापस लिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो वह आगे की रणनीति अपनाने को बाध्य होंगे।
इस मुद्दे ने राजधानी की न्याय व्यवस्था में कार्यक्षमता और न्याय तक सहज पहुँच को लेकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। इस धरने में पूर्व सचिव एडवोकेट रमन शर्मा,अधिवक्ता सचिन राजपूत ,एडवोकेट दीपक गौड़, एडवोकेट संजय गौड़,एडवोकेट सोनू राठौड़, एडवोकेट चंद्र शेखर शर्मा, एडवोकेट नवजोत क्वात्राऔर अन्य सम्मानित वकील शामिल हैं।

