
रिपोर्ट: हरीश कुमार मुंदेरिया
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 150 किलोमीटर की दूरी पर बसा हरदा शहर मंगलवार सुबह दस बजे एक भीषण आग की चपेट में आ गया.इलाक़े की एक पटाखे फैक्ट्री में लगी आग और उसके बाद उसमें हुए विस्फोट की वजह से पांच किलोमीटर के इलाक़े में मकानों की खिड़कियों के कांच टूट-टूट कर गिरने लगे.हर ओर अफरा-तफरी का आलम था. चश्मदीदों ने बताया कि पहले फैक्ट्री में आग लगी और फिर वहां बारूद के स्टॉक में विस्फोट हुए. फिर तो एक के बाद एक कई विस्फोट हुए और पूरा इलाक़ा लोगों की चीख-पुकार में समा गया.विस्फोट की आवाज लगभग 25-30 किलोमीटर तक सुनाई दी. एक चश्मदीद के मुताबिक़ सड़कों पर मानव अंग बिखरे पड़े थे और फैक्ट्री के आसपास खड़ी गाड़ियों के परखचे उड़ गए थे

पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश अग्रवाल को रायगढ़ के सारनपुर से गिरफ़्तार कर लिया गया है. पुलिस को अग्रवाल ने बताया कि अभी भी फैक्ट्री में बारूद का काफ़ी स्टॉक है.विस्फोट इतना भयावह था कि पूरे इलाक़े में दूर-दूर तक मकानों को नुक़सान पहुंचा है और उनका मलबा सड़कों पर बिखर गया है.हालात इतने गंभीर है कि राज्य सरकार ने घटनास्थल के आसपास से लोगों को निकालने के लिए सेना से हेलिकॉप्टर मुहैया कराने को कहा है. आग लगने की वजह पता नहीं चल पाई है.फ़िलहाल फैक्ट्री में लगी आग बुझा दी गई है और दुर्घटनास्थल से मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ नर्मदापुरम के कमिश्नर पवन शर्मा ने बताया कि घटनास्थल से अब तक 175 लोगों को बचाया गया है.इनमें से 34 लोगों को इलाज के लिए भोपाल भेजा गया है और 140 लोगों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.जिन घायलों को भोपाल भेजा गया था उनमें से एक की मौत हुई है जबकि ज़िला अस्पताल में घायलों में दस लोगों की मौत हुई है.