
उत्तरपूर्वी दिल्ली
दीपक शर्मा/राजकुमार
श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। साल में एक बार आने वाला यह त्योहार इस बार 6-7 सितंबर 2023 को मनाया गया है। भारत में कई ऐसी जगहें हैं, जहां जन्माष्टमी के दिन भव्य कृष्ण जन्मोत्सव देखने को मिलता है। यही नहीं विभिन्न प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को भी मिलते हैं। हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का विशेष महत्व है। इस पर्व पर लोग कृष्ण मंदिरों में जाते हैं और दर्शन व भजन करते हैं। साथ ही भक्तजन इस मौके पर श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी प्रसिद्ध जगहों पर घूमने जाते हैं। अगर आप भी इस बार जन्माष्टमी को और खास बनाना चाहते हैं, आप दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने जा सकते हैं।

दिल्ली के ही एक इलाके यमुना विहार में भी ब्लॉक स्थित सनातन धर्म मंदिर एवं धर्मशाला (गीता भवन) में विशेष रूप से श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन किया गया, भव्य द्वारा सजाया गया जहां प्रवेश के बाद गणेश प्रतिमा के दर्शन भक्तों को प्राप्त हुए,इसके बाद श्री हनुमान जी ,श्री कृष्णा, श्री राम सीता जी ,भगवान शिव आदि के दिव्य दर्शन भक्तों को प्राप्त हुए भगवान शिव की यथावत संध्या आरती की गई मंदिर में सेवादारों के साथ-साथ कमेटी और अन्य सेवा करने वाले भक्तगणों की मेहनत और आस्था इस बात का साक्ष्य है की सनातन धर्म में आस्था की कोई कमी नहीं है कमेटी के संरक्षक (संस्थापक )श्री मदन गोपाल शर्मा ने मीडिया 18 न्यूज़ को बताया कि यह कार्यक्रम भव्य तरीके से 1990 से लगातार मनाया जा रहा है उपरोक्त मंदिर और धर्मशाला की एक कार्यकारिणी है जिसमें श्री जयचंद खारी प्रधान, श्री सतीश उपाध्याय महासचिव ,श्री श्याम सुंदर शर्मा कोषाध्यक्ष श्री मोहनलाल गुप्ता जी, पूर्व प्रधान मंदिर में पांच प्रमुख रूप से पुजारी गण है जो कि श्री पंडित हरिश्चंद्र शर्मा, श्री विनोद शर्मा,बनवारी लाल शर्मा ,सोनू और कन्हैया सेवक गण इत्यादि प्रमुख रूप से कार्यक्रम के आयोजन में रचनात्मक तरीके से अपना सहयोग देते हैं यमुना विहार के सनातन धर्म मंदिर गीता भवन में मुख्य आकर्षण भोले बाबा की गुफा, बिजली से चलने वाली देवी देवताओं की मूर्तियां, पीतल धातु के स्थापित शेर एवं नंदी अन्य देवी देवताओं की भव्य मूर्तियां मुख्य आकर्षण रही यह भी ग़ौर तलब है की उपरोक्त मंदिर में धार्मिक सामाजिक कामों के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है हालांकि कुछ अन्य प्रयोजनों एवं कामों के लिए व्यवस्था शुल्क लिया जाता है आसपास के क्षेत्र के लिए यमुना विहार का यह सनातन धर्म मंदिर गीता भवन जन्माष्टमी में लोगों के लिए मुख्य आकर्षण बन रहा है!◆◆◆