
उत्तर पूर्वी/दीपक शर्मा
दिल्ली में अज्ञात बदमाशों ने बाइक सवार मामा और भांजे पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. फिर वहां से फरार हो गए. इस घटना में भांजे की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, मामा गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. मृतक ई-कॉमर्स कंपनी में सीनियर मैनेजर था. पुलिस ने तुंरत कार्रवाई करते हुए घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालकर आरोपियों की पहचान कर ली है.
मामला भजनपुरा इलाके के सुभाष विहार का है. यहां रहने वाला हरप्रीत सिंह (36) अपने मामा गोविंद के साथ मंगलवार रात साढ़े ग्यारह बजे बाइक पर कहीं जा रहा था. तभी रास्ते में गली नंबर आठ के पास पांच लोगों के साथ उनकी लड़ाई हो गई. रोड रेज में बदमाशों ने मामा-भांजे के सिर पर गोली मार दी. हरप्रीत की तो मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, गोविंद गंभीर रूप से घायल हो गया
नया गैंग !
नाम- बदनाम, पता- कब्रिस्तान, उम्र- जीने की, शौक-मरने का। ये उसका इंस्टाग्राम का बायो है। हाल में 18 साल पूरे किए हैं। इस उम्र में ही उसके नाम पर चार मर्डर केस है। उसने कुछ साल पहले केबल टीवी पर शूटआउट एट लोखंडवाला फिल्म देखी थी। फिल्म में एक्टर विवेक ओबरॉय के माया नाम का किरदार निभाया था। यह फिल्म के किरदार से वह इतना प्रभावित हुआ कि उसने अपने गैंग का नाम उसके नाम पर ही माया गैंग रख लिया। इतना ही नहीं वह खुद को माया भाई कहने लगा। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के इस इलाके में इस लड़के को डॉन बनने की सनक है। इसका नाम है समीर।
कौन है माया गैंग?
उत्तर पूर्वी दिल्ली का इलाका इरफान छेनू, नासिर और हाशिम बाबा जैसे गैंगस्टरों के लिए जाना जाता है। इनके अलावा कोई नया बदमाश इस इलाके में पनप ही नहीं पाया। ऐसे में समीर के माया गैंग का इस इलाके में खड़ा होने पुलिस के साथ ही बाकी लोगों को भी हैरान करने वाला है। दिल्ली के भजनपुरा में ई-कॉमर्स कंपनी के मैनेजर की गोलीमार कर हत्या के मामले में समीर के माया गैंग का नाम सामने आया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि समीर उर्फ माया कुछ दिन पहले ही बालिग हुआ है। समीर पर नाबालिग रहते ही मर्डर, हत्या का प्रयास, लूट और आर्म्स एक्ट के 10 मामले चल रहे हैं। ये बाल सुधार गृह से कुछ समय पहले ही बाहर आया था। समीर के माता-पिता की मौत हो चुकी है। समीर की एक बड़ी बहन है। इसमें 20-25 लड़कों का एक गैंग बना रखा है। ये कभी भी कहीं भी ताबड़तोड़ फायरिंग कर देते हैं। डर के मारे जल्दी लोग इनकी शिकायत भी नहीं करते हैं।◆◆◆