
दिल्ली/शाहदरा
इन्शा मेहरीन/मुख्य संवाददाता
एडवोकेट मन्नू पांडेय: कड़कड़डूमा बार एसोसिएशन में एडिशनल सेक्रेटरी (फीमेल) पद के लिए बेल्ट नंबर 3 से दमदार उम्मीदवार, महिलाओं को भी समान नेतृत्व में देखना है लक्ष्य कड़कड़डूमा बार एसोसिएशन के चुनावों में इस बार खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, और बेल्ट नंबर 3 से एडिशनल सेक्रेटरी (फीमेल) पद के लिए मैदान में उतरे एडवोकेट मन्नू पांडेय चर्चा का केंद्र बन चुकी हैं। मन्नू पांडेय न सिर्फ अधिवक्ता समाज में एक कर्मठ, विचारशील और ज़मीन से जुड़े नेता के रूप में उभरे हैं, बल्कि उनके विजन में महिला अधिवक्ताओं को नेतृत्व में आगे लाने की स्पष्ट झलक दिखाई देती है।
मन्नू पांडेय का मानना है कि कड़कड़डूमा बार की असली ताक़त उसकी विविधता में है, और इसी सोच के साथ वह एडिशनल सेक्रेटरी (फीमेल) पद की भी पूरी मजबूती से वकालत करते हैं। वे मानते हैं कि महिला अधिवक्ताओं की भागीदारी केवल “कोटा” नहीं, बल्कि समावेशी नेतृत्व की अनिवार्यता है। उनका कहना है, “बार की नीतियों में महिलाओं की दृष्टि और संवेदनशीलता एक नई दिशा दे सकती है, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता।”
एडवोकेट मन्नू पांडेय का चुनावी एजेंडा पारदर्शिता, जवाबदेही, और युवा वकीलों के साथ-साथ महिला अधिवक्ताओं को समान अवसर देने पर टिका है। उनकी सोच साफ है—पुरुष और महिला दोनों पदों पर ऐसे प्रतिनिधि होने चाहिए जो केवल कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि पूरे अधिवक्ता समाज की आवाज़ बन सकें।
बेल्ट नंबर 3 से उन्हें मिल रहा भारी समर्थन दर्शाता है कि अधिवक्ताओं को उनमें एक भरोसेमंद, दूरदर्शी और संवेदनशील नेता की छवि दिखाई दे रही है। यदि अधिवक्ता समुदाय का समर्थन बना रहा, तो एडवोकेट मन्नू पांडेय के नेतृत्व में न केवल एडिशनल सेक्रेटरी (फीमेल) पद को नई दिशा मिलेगी, बल्कि महिला नेतृत्व को भी मजबूती और सम्मान मिलेगा।◆◆◆