
दीपक शर्मा/पूर्वी दिल्ली
दिल्ली नगर निगम चुनाव की तेज सरगर्मी में प्रत्याशी मूल मुद्दों को अक्सर भूल जाते हैं लेकिन कुछ नेता ज़मीन से जुड़े हुए होते हैं ऐसा ही एक नाम कविता राकेश कुमार ,इन दीन्हों चर्चा में है
कविता राकेश कुमार का बचपन अपने राजनैतिक प्रभाव रखने वाले उनके दादाजी की देखरेख में गुजरा कविता राकेश कुमार के दादाजी राजस्थान में राजनीतिक प्रभाव वाले व्यक्ति थे ।कुछ कारणों से ज्यादा शिक्षा भले ही प्राप्त नहीं कर सकीं लेकिन समाज की स्थिति और जनसेवा का जज़्बा कविता में बचपन से ही था । पति समाजसेवी राकेश कुमार के साथ जीवन संगिनी बनने के बाद कविता में यह समाजसेवा का ज़ज्बा और लोगों ,समाज,अशक्त वर्ग के लिए काम करने की धुन ने आज समाज मे कविता राकेश कुमार को खिचड़ीपुर, मयूर विहार के आसपास के इलाके में एक जाना पहचाना नाम बना दिया लोगों के आग्रह करने ,और समर्थन देने वाले सहयोगी-जन के कहने पर कविता राकेश कुमार और पति राकेश कुमार ने आम आदमी पार्टी को जनसेवा का माध्यम बनाया । हालांकि आंदोलन के समय से ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से पति पत्नी दोनों ही समर्थन और सपोर्ट करते रहे
लेकिन ज़मीन से जुड़ा होने के कारण क्षेत्र के लोगों का काम भी करते रहे केजरीवाल सरकार की उपलब्धि और योजनाओं का खूब प्रचार प्रसार किया ।
वार्ड 11E से यूँ तो कई नेता , आम आदमी पार्टी के टिकट के दावेदार हैं लेकिन कविता राकेश कुमार काफी मजबूत और उम्दा दावेदार मानी जा रही हैं टिकटों के बटवारे में ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो वक्त ही बताएगा,हालाँकि मज़बूत दावेदारों को पार्टी नज़र अंदाज़ नहीं कर सकती यह भी तय है◆◆◆