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ब्रम्हा कुमारीज द्वारा मनाया जा रहा पांच दिवसीय दीपोत्सव उत्सव का कार्यक्रम

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रिर्पोट: हरीश कुमार मुंदेरिया/स्टेट हेड मध्य प्रदेश

पचोर,प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय दीपावली के उत्सव पर धनतेरस के दिन दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें राज्य मंत्री गौतम टेटवाल, नगर परिषद अध्यक्ष विकास करोड़िया, ब्रह्माकुमारी मधु दीदी जिला संस्था प्रभारी राजगढ़, ब्रह्माकुमार अरविंद भाई, राजेश भारती, दिलीप कुशवाह ,बंटी छाबड़ा ,दिलीप सिंह राजपूत एवं गणमान्य नागरिक माताएं बहने उपस्थित रहे।ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया, कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया।राज्य मंत्री गौतम टेटवाल ने शुभकामना देते हुए कहा कि दीपावली के इस कार्यक्रम में सभी धूमधाम से पर्व को मनाए, संस्थान द्वारा जो भी कार्यक्रम मनाया जाते हैं उनमें हमें सम्मिलित होना चाहिए सभी पर्वों का आध्यात्मिक रहस्य बहनों द्वारा बताया जाता है हमारी भारतीय संस्कृति को आगे ले जाने के लिए ब्रह्माकुमारी बहने सतत प्रयास कर रहे हैं ,इसलिए इनसे जुड़कर रहना चाहिए।इनकी साधना और योग तपस्या के कारण में आज आप लोगों का जनसेवक बनकर आया हूं और आप सभी की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। ब्रह्माकुमारी मधु दीदी ने दीपावली का महत्व बताते हुए कहा कि यह दीपावली हमें नव वर्ष की और ले जाने की ओर प्रेरित करती है ।हम सब दीपावली पर साफ सफाई करते हैं कोने-कोने से गंदगी को मिटाते हैं,ऐसे ही हमारे मन की भी साफ सफाई रोज करनी चाहिए, मनोविकारों की गंदगी को साफ करने का सभी संकल्प ले। राजयोग का अभ्यास करके हम अपने अंदर के अवगुणों को निकाल सकते हैं तभी सच्चे अर्थों में मा लक्ष्मी का वास हमारे अंदर होगा और आने वाला युग सतयुगी होगा। जहां पर हर मानव धन धान्य से भरपूर होगा। दिलीप कुशवाह ने तीन प्रकार की लक्ष्मी का अर्थ बताते हुए कहां की एक लक्ष्मी उल्लू पर बैठी है दूसरे हाथी पर विराजमान है और तीसरी कमल पुष्प पर दिखाई गई है अर्थात जो धन को गलत तरीके से कमाता है , धन का दान नहीं करता है वह उल्लू की तरह होता है। दूसरी लक्ष्मी दिखाई है हाथी पर हाथी शक्ति का प्रतीक है जो शक्तिशाली होता है उसके पास ही धन होता है। अपने को श्रेष्ठ बताते हैं और दूसरे को नीचा दिखाने वाले लोग होते हैं तीसरी लक्ष्मी कमल फूल पर होती है जो फूल कीचड़ में अर्थात दलदल में खिलता है इसका अर्थ बताते हो उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति हमेशा दूसरों का सम्मान करता हूं और स्वयं को साधारण समझता है उनको ही लक्ष्मी की कृपा होती है। विकास करोड़िया ने दीपावली की शुभकामनाएं प्रेषित की। अरविंद भाई ने दीपावली का आध्यात्मिक रहस्य सुनाया आभार जीवन सिंह राजपूत द्वारा किया गया मंच का सफल संचालन गिरिराज पाटीदार द्वारा किया गया नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा दीपावली के गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किए गए। तथा महालक्ष्मी की आरती उपरांत प्रसादी वितरण किया गया सभी लोगों को मुकुट पहनकर महालक्ष्मी का तथास्वर्णिमयुग का आह्वान किया।

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